पति - पत्नी की कहानी(लता राजीव )
पति - पत्नी की कहानी ---- राजीव आज लता को फिर उसकी औकात दिखा कर दफ्तर के लिए निकल गया। और दिखाते भी क्यों ना, वह ज्यादा पढ़ी-लिखी महिला नहीं थी, वह सिंपल घर में रहने वाली महिला थी जिसका काम सिर्फ कपड़े धोना, खाना पकाना, बिस्तर लगाना, घर की सफाई करना, बच्चों को अच्छी तालीम शिक्षा देना, घर के बूढ़े बुजुर्गों का ध्यान रखना इत्यादि था और घर में आए हुए मेहमानों का स्वागत करना उसका मेन काम था। इन सब काम की क्या अहमियत यह काम तो एक नौकरानी भी कर सकता है, यह सोचकर लता ने अपने गालों से आंसुओं के बूंदों को साफ किया, और फिर से अपने कामों में जुड़ गई रोज की तरह राजीव का फोन आया कि वो ऑफिस से देर से आएगा और खाना बाहर ही खायेगा लता समझ गई पिएगा भी बाहर पहले तो लता रोज अक्सर इस बात पर लड़ाई किया करती थी कि वह पीकर घर ना आया करें वह यह कह कर फटकार देता था कि वो मेहनत करता है यार कमाता है वो जो चाहे कर सकता है, इसे भी पढ़िए --- लालची ब्राम्हण की कहानी आप पढ़ रहे हैं पति पत्नी की कहानी अब वो कह कह कर थक चुकी थी, वह राजीव से मुंह नहीं लगना चाहती थी क्योंकि राजीव उस से कई बार कह चुका था कि तेरी इस घ