manushya ki kahani (लालची मनुष्य )
Manushya की कहानी एक महात्मा एक जगह बैठा था पास से एक गाड़ी गुजरी जिससे एक गेहूं की बोरी नीचे गिर गई और फट गई और बाहर गेहूं के दाने गिर गये महात्मा बैठकर देख ही रहा, Manushya master ji ki inspirational story एक कौआ आया अपने पेट के अनुसार कुछ दाने खाये और उड़ गया कुछ समय बाद एक गाय आई उसने भी भर पेट खाया और चली गई बाद में एक आदमी आया उसने वो बोरी ही पीठ पर उठा ली और अपने घर लेकर चला गया सोचने वाली बात है उन पशु पक्षी को ये समझ में आ गया कि जिस मालिक ने उन्हें यहां भेजा है वो हर रोज उन्हें भर पेट देता है पर मनुष्य को यह छोटी सी बात क्यों नहीं समझ में आ रही हम दिन रात सिर्फ माया ही कमाने के पीछे लगे पडे़ हैं पर हमारी भूख है की कभी खत्म ही नहीं होती हमें क्यों उस मालिक पर विश्वास नहीं है | कहानी सुविचार जो काम आये मोटिवेशन शायरी