देश है क्या और देश भक्ति है क्या ?
देश है क्या और देश भक्ति है क्या ?
त्याग और कुर्बानी कि वो कहानी है क्या ?
मर मिटे थे जो देश की खातिर,
बहती थी उन दीवारों में वो रवानी है क्या ?
देश केवल एक भूखंड नहीं
बांट दे हमें कोई आकर
टुकड़ों में सहन हमें यह पाखंड नहीं,
फिर से बना लो काला- पानी
चाहे डाल दो कारावास में
हम नहीं जाने देंगे आजादी को वनवास में,
क्षण से लहराओ तिरंगा भले ही,
जाग्रत रहो और रहो पूरे होशोहवास में,
देशभक्ति के ये लौ जलती रहे
सदा हर हृदय और श्वास में ।
( अलका सोनी )
इसे भी पढ़िए ----
ईर्ष्या का प्रभाव छोटी सी कहानी
मुखौटे ही मुखौटे हर जगह छुपा लिए ये चेहरे हैं
Thought Which Impress Every One
Comments
Post a Comment